ऑस्ट्रेलिया बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन ने एक बार फिर अपनी बल्लेबाजी से टीम को मुश्किल परिस्थिति से निकाला। एशेज सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में मार्नस पहले दिन 95 रन बनाकर नॉटआउट लौटे। इस पारी के दौरान उन्होंने एक खास मुकाम हासिल कर लिया और ब्रायन लारा, विव रिचर्ड्स, वीरेंद्र सहवाग और राहुल द्रविड़ जैसे बल्लेबाजों को पीछे छोड़ दिया। टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 2000 रन पूरा करने के मामले में लाबुशेन अब टॉप-5 बल्लेबाजों में शामिल हो गए हैं। लाबुशेन ने अपने करियर की 34वीं पारी में ऐसा किया। इस मामले में उनसे आगे चार ही बल्लेबाज हैं। सर डॉन ब्रैडमैन ने यह कारनामा 22 पारियों में, जॉर्ज हेडली ने 32 पारियों में, हर्बर्ट सटक्लिफ 33 पारियों में और माइक हस्सी ने 33 पारियों में यह उपलब्धि हासिल की थी।
डग वाल्टर्स और ब्रायन लारा ने यह कारनामा 35-35 पारियों में किया था। भारत की ओर से सबसे तेज 2000 टेस्ट पूरा करने का रिकॉर्ड राहुल द्रविड़ के नाम दर्ज है। द्रविड़ ने 40 पारियों में ऐसा किया था, उनके अलावा वीरेंद्र सहवाग ने भी इतनी ही पारियों में यह आंकड़ा छुआ था। लाबुशेन जबर्दस्त फॉर्म में हैं और उन्होंने अपने करियर की शुरुआत से ही काफी प्रभावित किया है।लाबुशेन अभी तक 20 टेस्ट मैचों की 34 पारियों में 64.18 के औसत से 2054 रन बना चुके हैं। मैच की बात करें तो एडिलेड में खेले जा रहे इस डे-नाइट टेस्ट मैच के पहले दिन ऑस्ट्रेलिया ने दो विकेट पर 221 रन बना लिए हैं। लाबुशेन के साथ क्रीज पर कप्तान स्टीव स्मिथ मौजूद हैं, जो 18 रन बनाकर खेल रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया ने अपना पहला विकेट चार रन पर ही गंवा दिया था। स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंद पर मार्कस हैरिस तीन रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद डेविड वॉर्नर और लाबुशेन ने मिलकर दूसरे विकेट के लिए 172 रनों की साझेदारी निभाई। वॉर्नर अनलकी रहे और 95 रन बनाकर बेन स्टोक्स की गेंद पर स्टुअर्ट ब्रॉड को कैच थमा बैठे।
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