पेंशन का लाभ ले रहे लाखों देशवासियों के लिए अच्छी खबर है। भारत सरकार इन लोगों के लिए एक बहुत ही खास स्कीम ला रही है। इस योजना के तहत पेंशनर्स को गारंटीड रिटर्न मिलेगा। यह योजना पेंशन रेगुलेटर PFRDA, नेशनल पेंशन सिस्टम के तहत ला रहा है। इसकी तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। इससे पेंशनभोगियों को निवेश का एक बेहद सुरक्षित और ज्यादा रिटर्न वाला विकल्प मिलेगा। इसके सरकार पेंशनभोगियों का पैसा मार्केट में ला पाएगी और वह पैसा सुरक्षित भी रहेगा।
पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी यह स्कीम लेकर आएगी। इसीलिए इस विभाग ने सुझाव मांगे हैं। PFRDA के अध्यक्ष सुप्रतिम दास बंद्योपाध्याय ने इस स्कीम को लेकर पिछले साल कहा था कि 'इस बारे में पेंशन फंड्स और एक्चुरियल फर्मों से बातचीत चल रही है। इसी के आधार पर योजना की रूपरेखा तैयार होगी।
PFRDA कानून के तहत एक न्यूनतम सुनिश्चित रिटर्न की योजना शुरू करने की अनुमति मिल चुकी है। ऐसी योजनाओं के फंड को मार्क-टू-मार्केट किया जाता है। इस वजह से इसमें कुछ उतार-चढ़ाव होते रहते हैं। इस वजह से बाजार की स्थिति को देखकर इसका मूल्यांकन किया जाता है। गारंटीड रिटर्न वाली योजना के लिए सलाहकार की नियुक्ति से PFRDA और सर्विस प्रोवाइडर के बीच प्रिंसिपल-एजेंट संबंध नहीं बनना चाहिए।
सलाहकार तैयार करेंगे योजना
PFRDA के RFP ड्राफ्ट के मुताबिक, NPS के तहत सब्सक्राइबर एक ऐसी स्कीम चुने जो 'मिनिमम अश्योर्ड रिटर्न' दे। यह योजना रेगुलेटर के साथ रजिस्टर्ड पेंशन फंड पेश करेगा। इसमें सलाहकार काम पेंशन फंड के मौजूदा और संभावित सब्सक्राइबर्स के लिए 'मिनिमम अश्योर्ड रिटर्न' योजना तैयार करेंगे। यह स्कीम PFRDA की पहली खुद की स्कीम होगी और इसमें रिटर्न की गारंटी भी मिलेगी। PFRDA के अनुसार इस योजना की गारंटी बाजार से जुड़ी होगी। फंड मैनेजर निवेश पर मिलने वाले मुनाफे से गारंटी वाला हिस्से तय करेंगे।
किसको मिलेगा फायदा
केंद्र सरकार अपने कर्मचारियों के लिए 1 जनवरी 2004 से NPS अनिवार्य रूप से लागू कर चुका है। इसके बाद सभी राज्यों ने भी NPS को अपने कर्मचारियों के लिए अपनाया। साल 2009 के बाद प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों के लिए भी यह योजना शुरू की गई। अब रिटायरमेंट के बाद कर्मचारी NPS का एक हिस्सा निकाल सकते हैं, वहीं बाकी रकम से रेग्युलर इनकम के लिए एन्युटी ले सकते हैं। 18 से 60 साल का कोई भी व्यक्ति NPS का लाभ ले सकता है।

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