भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर द्वारा दशहरे के अवसर पर आयोजित धार्मिक कार्यक्रम में राजनीतिक बयान देने एवं सामान्य शिष्टाचार का उल्लंघन करने के कारण विघ्न पड़ गया और कार्यक्रम में उपस्थित विधायक पीसी शर्मा उसी समय कार्यक्रम छोड़ कर चले गए। भाजपा प्रदेश मंत्री राहुल कोठारी ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानें।
भोपाल के MVM मैदान पर रावण दहन कार्यक्रम आयोजित किया गया था। ऐसे कार्यक्रमों में दलगत राजनीति को भूलकर सभी जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाता है। इसी परंपरा के चलते विश्व हिंदू परिषद के नेता एवं सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर और कांग्रेस पार्टी के नेता एवं विधायक पीसी शर्मा को भी आमंत्रित किया गया था। भोपाल एवं मध्य प्रदेश की परंपरा है। इस प्रकार के कार्यक्रमों में ना तो किसी व्यक्ति की प्रशंसा करते हैं और ना ही नंदा। प्रसंग के संदर्भ में विचार व्यक्त करते हैं एवं जनता को शुभकामनाएं दी जाती है।
दशहरे के कार्यक्रम में सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर का आपत्तिजनक बयान
सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा को टारगेट करते हुए कहा कि पशु भी अपने बच्चे के मरने पर संवेदनशील हो जाता है। यह तो पशु से भी गए बीते हैं। बीमार को पहले प्रताड़ना दी। हम बीमार होते हैं, तो हमारे गुमशुदा के पोस्टर लगा देते हैं। शर्म देती हूं ऐसे लोगों को। यह तो विधायक बनने लायक नहीं हैं, लेकिन विधायक बनते हैं। अपने को हिंदू कहते हैं। संवेदनाहीन होते हैं। हमला करने वालों के मरने पर रोते हैं। शर्म आनी चाहिए ऐसे कांग्रेसियों को और शर्म आना चाहिए ऐसे देशद्रोहियों को। इनकी जगह भारत में नहीं है। भारत में सिर्फ राष्ट्रभक्त रहेगा।
सांसद के इस प्रकार के शब्द सुनने के बाद विधायक पीसी शर्मा कार्यक्रम छोड़ कर चले गए। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मंत्री राहुल कोठारी ने उन्हें रोकने की कोशिश की परंतु वह नहीं रुके। इस बयान में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है लेकिन विजयदशमी के सार्वजनिक कार्यक्रम में इस प्रकार के बयान देना सामान्य शिष्टाचार के विरुद्ध है। यदि यह भारतीय जनता पार्टी का मंच होता तो यही बयान प्रशंसा के योग्य होता।
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