भोपाल। एजुकेशन और कंस्ट्रक्शन कारोबार से जुड़े संजीव अग्रवाल के सेज ग्रुप और अग्रवाल कंस्ट्रक्शन के डेढ़ दर्जन ठिकानों पर आज भी छापे जारी हैं। छापे में कंस्ट्रक्शन कंपनियों के अलावा भी कुछ रजिस्ट्रड कंपनिया के नाम मिले हैं। आयकर विभाग को अंदेशा है कि यह कंपनियों बोगस हो सकती है। वहीं प्रदेश के कुछ ब्यूरोक्रेट्स और प्रदेश के एक कद्दावर भाजपा नेता के भी इस ग्रुप में निवेश की जानकारी सामने आ रही है।
सेज एजुकेशन ग्रुप और संजीव अग्रवाल से जुड़ी कंपनियों पर आयकर विभाग की कार्रवाई दूसरे दिन भी समाचार लिखे तक जारी है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक विभाग के हाथ कई अधिकांश दस्तावेज नहीं लग पाएंगे। बताया गया है कि संभवत: या तो छापे की जानकारी लीक हो गई या संजीव अग्रवाल को इसकी पहले से भनक लग गई थी,इसलिए उसने अपने अयोध्यानगर साइट के इंचार्ज नरेश कुमार मेहरा की हुडंई ओरा कार में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज रखवा कर उसे मूवमेंट में लगा दिया। इसके अलावा संजीव ने आईटी की टीम को छकाने के लिए अपने सात करीबियों के पास अपने शेष डाक्युमेंट छिपाए हैं। आईटी को हाथ वह लेगेगा जो वह आसानी से प्रोड्यूस कर सकता है। सूत्रों के मुताबिक संजीव अग्रवाल ने जो कई बोगस कंपनिया खोली हैं उसमें नरेश मेरहा की पत्नी भी डायरेक्टर बताई गई है। चूंकि छापा अभी जारी है इसलिए अगर टीम इन लोगों को भी जांच के दायरे में ले तो कई खुलासे होने के आसार हैं।
समूह के 26 ठिकानों पर आयकर विभाग के छापे डाले गए थे। इनमें से कुछ स्थानों पर आज सुबह छापे की कार्यवाही पूरी हो गई, जबकि अभी डेढ़ दर्जन ठिकानों पर छापे की कार्यवाही जारी है। मगर अफसर इस मामले में कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं।
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