काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण के बाद 10 दिन के अंदर दूसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी पहुंचे हैं। यहां से करीब 12 किमी दूर करखियांव स्थित सभास्थल पर सड़क मार्ग से पहुंचे। प्रधानमंत्री वहां 870.16 करोड़ से अधिक लागत वाली 22 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण किया। साथ ही, 1225.51 करोड़ की पांच परियोजनाओं की आधारशिला रखा। इनमें सबसे बड़ा प्रोजेक्ट 475 करोड़ से करखियांव में बनास डेयरी संकुल है। 30 एकड़ भूमि में फैले इस डेयरी का निर्माण दो वर्ष में होगा। प्लांट में प्रतिदिन पांच लाख लीटर दूध उत्पादन का लक्ष्य है। इसके अलावा ओल्ड काशी के छह वार्डों के पुनर्विकास, बेनियाबाग में पार्किंग और पार्क, नदेसर व सोनभद्र तालाबों का सुंदरीकरण, रमना में 50 एमएलडी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और स्मार्ट सिटी मिशन के तहत 720 स्थानों पर करीब 1400 उन्नत निगरानी कैमरा लगाने के कार्य का भी शुभारम्भ किया।
मोदी ने कहा कि पहले की सरकारों के समय यूपी के लोगों को जो मिला और आज यूपी के लोगों को हमारी सरकार से जो मिल रहा है, उसका फर्क साफ है। हम यूपी में विरासत को भी बढ़ा रहे हैं, यूपी का विकास भी कर रहे हैं।-पीएम ने कहा कि इन लोगों ने कभी नहीं चाहा कि यूपी का विकास हो, यूपी की आधुनिक पहचान बने। स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, सड़क, पानी, बिजली, गरीबों के घर, गैस कनेक्शन, शौचालय, इनको तो वो विकास मानते ही नहीं।सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की ये भाषा भी उनके सिलेबस से बाहर है। उनके सिलेबस में है- माफियावाद, परिवारवाद। उनके सिलबस में है- घरों-जमीनों पर अवैध कब्जा।
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