इंदौर । पांव पसारते कोरोना के नया वेरिएंट ओमिक्रोन के बीच 16 दिसंबर से मांगलिक आयोजन पर लाकडाउन लगेगा। यह लाकडाउन कोरोना के कारण नहीं बल्कि सूर्य के राशि परिवर्तन की वजह से लगेगा। सूर्य वृश्चिक राशि से निकलकर सुबह 3 बजकर 28 मिनिट पर धनुराशि में प्रवेश करेगा। इसके साथ ही खरमास की शुरुआत होगी जो 14 जनवरी तक रहेगा। अब विवाह के दो शुभ मुहूर्त 11 व 13 दिसंबर को शेष है। इसके बाद दोबारा विवाह के शुद्ध मुहूर्त 22 जनवरी 2022 से होंगे।
सूर्य 14 जनवरी को दोपहर 2 बजकर 30 मिनिट पर धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करेगा। ज्योतिर्विद् अचार्य शिवप्रसाद तिवारी के मुताबिक विवाह के लिए मुहू्र्त का विशेष महत्व है। हिंदू पंचांग में कुछ माह ऐसे होते हैं जिसमें मांगलिक कार्य नहीं होते हैं। इसमें चातुर्मास और खरमास भी शामिल है।इसे मलमास, धर्नुमास और खरमास भी कहा जाता है। इसमें शादी, सगाई, मुंडन, गृह प्रवेश आदि मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं। सूर्य धनु राशि में मकर सक्रांति तक रहेंगे। धनु राशि में सूर्य की स्थित कमजोर मानी गई है। इसके चलते मांगलिक आयोजन नहीं किए जाते हैं।
नववर्ष में विवाह के 37 मुहूर्त
वर्ष 2022 में विवाह के 37 मुहूर्त है। इसमें जनवरी में 22,23, फरवरी में 5,6,10,18,19, अप्रैल में 19,20,21,22,23 और मई में 2,3,10,11,12,18,20,25,26 व 31 को शादियों के मुहूर्त है। इसके अलावा जून में 1,6, 8,11, 13, 20,21, जुलाई में 3,4,8,9 को विवाह होंगे। इसके बाद चातुर्मास लगेगा। इसके बाद वर्ष के अंतिम माह दिसंबर में 2, 8, 9 और 14 को शादियां होगी। इसके बाद पुन: खरमास लगेगा।
इन तारीखों पर रहेगा स्वयं सिद्ध मुहूर्त
आने वाले वर्ष में स्वयं सिद्ध मुहूर्त 5 फरवरी बसंत पंचमी, 3 मई अक्षय तृतीया, 8 जुलाई भड़ली नवमी रहेगी। माना जाात है कि इन अबूझ मुहूर्त पर विवाह के लिए पंचांग देखने की आवश्यकता नहीं है। इन मुहूर्त पर किसी भी राशि के जातक बिना मुहूर्त देख विवाह कर सकते हैं।
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